Bihar Election 2020: Those faces of Bihar assembly elections which are popular but, they were left behind by victory.
Bihar Election Results: आखिरकार बिहार की जनता ने अपना फैसला सुनाते हुए एक बार फिर से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना है। 243 सीटों के लिए हुई मतगणना में एनडीए को 125 सीटें मिली जो बहुमत के जादुई आंकड़े से 3 ज्यादा है। बिहार चुनाव में कई चेहरे ऐसे थे जो खूब चर्चा में थे, लेकिन उनके खाते में एक भी सीट नहीं आई, आईए जानते हैं ऐसे चेहरों के बारे में।
लव सिन्हा
कांग्रेस नेता और बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा ने जब राजनीति में एंट्री मारी तो उनके चर्चे खूब हुए, यहां तक की उनकी बहन सोनाक्षी सिन्हा ने भी लोगों से अपने भाई को वोट देने के लिए अपील की थी, लेकिन उसके बावजूद लव सिन्हा का राजनीति में एंट्री सफल नहीं रहा। लव बिहार की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक बांकीपुर विधानसभा सीट से राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने उतरे थे और 39 हजार 36 वोटों से हार गए। इस सीट से बीजेपी के नितिन नवीन (83068 वोट) चुनाव जीत गए। वहीं, लव सिन्हा के खाते में 44032 वोट ही आए।
पुष्पम प्रिया चौधरी
अखबार में दिए दो पेज के विज्ञापन के जरिए खुद को बिहार का मुख्यमंत्री घोषित करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी दो सीटों से चुनाव लड़ी और दोनों ही सीटों से हार गईं। पुष्पम बांकीपुर और बिस्फी से चुनाव लड़ी, बिस्फी में उन्हें नोटा से भी कम यानि कि मात्र 1,509 वोट मिले। बांकीपुर से उन्हें 5,189 वोट मिले हैं। पुष्पम प्रिया चौधरी जमानत तक नहीं बचा पाईं।
पप्पू यादव
जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर खड़े हुए पप्पू यादव चुनाव से पहले और चुनाव तक खूब चर्चा में रहे लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा। मधेपुरा सीट से चुनाव लड़े पप्पू यादव को 26,462 वोट मिले। इस सीट से आरजेडी के चंद्रशेखर ने जीत दर्ज किया।
लवली आनंद
बहुबली आनंद मोहन सिंह की पत्नी और आरजेदी (RJD) की स्टार प्रचारक लवली आनंद सहरसा सीट से चुनाव लड़ी, यहां से बीजेपी के आलोक रंजन को 1,03,538 वोट मिला, और लवली आनंद के पक्ष में 83,859 ही वोट पड़े। लवली आनंद 19,679 वोटों से चुनाव हार गईं। हालांकि, उनके बेटे चेतन आनंद शिवहर सीट से जीतने में सफल रहे।
सुभाषिनी बुंदेला
शरद यादव की बेटी सुभाषिनी बुंदेला भी इस चुनाव में अपनी जीत दर्ज नहीं करा पाईं। चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी और पार्टी ने उन्हें बिहारीगंज सीट से टिकट दिया था। इस सीट से जदयू प्रत्याशी निरंजन कुमार मेहता जीते। उन्हें 80 हजार से ज्यादा वोट मिले। वहीं, सुभाषिनी बुंदेला को 62,820 वोट मिले।