Jitan Ram Manjhi raises questions over Ram Vilas Paswan demise and write letter to PM Modi demanding judicial inquiry.
पटना: पूर्व केंद्रीय मत्री ओर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नाता रामविलास पासवान की मौत को लेकर सियासी बवाल मच गया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पासवान की मौत पर सवाल खड़े किए हैं। मांझी की पार्टि हिंदुस्तान आवाम मोक्टा (हम) ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं, लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि जांच की मांग करने वालों को शर्म आनी चाहिए।
क्या लिखा है चिट्ठी में?
इस चिट्ठी में लिखा है कि, देश के बड़े नेता और आपके मंत्रिमंडल के सदस्य रहे रामविलास पासवान जी कुछ दिन पूर्व हमलोगों को छोड़कर स्वर्ग सिधार गए। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। आज ही हम जैसे उनके प्रशंसक उन्हें याद कर दुखी हो जाते हैं। परंतु पूरे देश के दुख से अलग लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान उनके अंतिम संस्कार के दूसरे दिन ही एक शूटिंग के दौरान न केवल हंसते मुस्कराते दिखाई दिए, बल्कि कट-टू-कट शूटिंग की भी बात करते रहे। इससे स्व राम विलास पासवान जी के प्रशंसकों एवं परिजनों के बीच कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।
इसके आगे चिट्ठी में लिखा गया कि, महोदय राम विलास पासवान के निधन से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं जो अपने आप में चिराग पासवान को कटघड़े में खड़े करता है। किसी केंद्रीय मंत्री के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान आखिर किसके कहने पर अस्पताल प्रशासन ने स्व रामविलास पाजवान जी का मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया? आखिर किनके कहने पर अस्पताल प्रशासन ने इलाजरत राम विलास पासवान से अस्पताल में सिर्फ तीन लोगों को मिलने की इजाजत दी? इसके अलावा भी ऐसे कई सवाल है जिनका जवाब स्व राम विलास पासवान जी के परिजनों के साथ-साथ उनके प्रशंसक जानना चाहते हैं जिसकी जांच आवश्यक है। जीतन राम मांझी ने पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी से स्व राम विलास पासवान के निधन की न्यायिक जांच कराने के आदेश देने का आग्रह किया है।