आरजेडी रहेगी कांग्रेस के ही साथ भले राहुल पीएम उम्मीदवार हों या कोई और, जेल से निकलने के बाद आरजेडी सुप्रीमो ने ये पटना में ये घोषणा की।...
आरजेडी रहेगी कांग्रेस के ही साथ भले राहुल पीएम उम्मीदवार हों या कोई और, जेल से निकलने के बाद आरजेडी सुप्रीमो ने ये पटना में ये घोषणा की।
हालांकि लालू की इस घोषणा अभी एकतरफा ही है क्योंकि बिहार में गठबंधन को लेकर कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार को लालू प्रसाद यादव की कांग्रेस अध्यक्ष
सोनिया गांधी से बिहार के राजनीतिक हालात पर विस्तार से बात हुई. उसके बाद ही
आरजेडी सुप्रीमो का यह बयान आया।
मोदी पर निशाना
लालू प्रसाद यादव सोमवार को रांची जेल से छूटने
के बाद सड़के के रास्ते पटना पहुंचे। रास्ते में उनका जगह-जगह स्वागत हुआ. लालू ने पहला
निशाना नरेंद्र मोदी पर साधा और कहा कि सांप्रदायिकता से लड़ने के लिए सभी
धर्मनिरपेक्ष दल साथ आएं।
राहुल को भी साथी की तलाश
बिहार कांग्रेस पिछले दो चुनावों से यह वकालत
करती रही है कि लालू का साथ पार्टी को कमजोर कर रहा है. इस सलाह को ध्यान में रखते
हुए राहुल ने एकला चलो का फैसला किया औऱ नतीजतन पिछले चुनाव में कांग्रेस अकेले ही
चुनाव मैदान में उतरी और खेत रही. फौरी हालात की बात करें तो जब लालू प्रसाद यादव
चारा घोटाले में आरोपी साबित हो चुके थे, तभी दागी नेताओं को कुछ राहत देता
केंद्र का अध्यादेश सामने आया. कहा जाने लगा कि लालू को बचाने के लिए कांग्रेस सरकार
यह ऑर्डिनेंस ला रही है. मगर कुछ ही दिनों बाद प्रेस क्लब में राहुल गांधी प्रकट
होने के अंदाज में सामने आए और बिल को नॉनसेंस बताकर फाड़ गए. कैबिनेट को फैसला
पलटना पड़ा और लालू को जेल जाना पड़ा.मगर बिहार के बदले हालात और लालू और उनके
बेटों की सभा में उमड़ रही भीड़ के बाद कांग्रेस का रुख फिर लचीला हो गया है.
बताया जा रहा है कि राहुल गांधी भी इस चुनाव में अकेले जाने का जोखिम नहीं उठाना
चाहते. इन संकेतों के बाद ही लालू ने इतना खुलकर बयान दिया है.
कांग्रेस नेता की तारीफ करते हुए लालू बोले कि
सोनिया जी महान महिला हैं. हम उनका आदर करते हैं. लालू ने बताया कि मेरे जेल से
जमानत पर छूटने के बाद सोनियाजी ने हालचाल पूछा और काफी खुशी जाहिर की. गठबंधन के
सवाल पर वह बोले कि तालमेल मेरे तरफ से ओपन है. अब विधिवत बातचीत होगी.