advani is still relevant
लालकृष्ण आडवाणी |
भागवत जब बोलने के लिए खड़े हुए तो न केवल उन्होंने आडवाणी की ज़िंदगी और उनकी सोच को सराहा, बल्कि उनसे आग्रह किया कि वो अभी पार्टी में रहकर ही काम जारी रखें। बीजेपी को एक गांव बताते हुए उन्होंने कहा कि आडवाणी एक पुण्यवान राजनीतिज्ञ हैं और उन जैसे नेता की बदौलत देश में अच्छी राजनीति ज़िंदा है और इसलिए उन्हें वहीं रहना चाहिए।
आडवाणी को भागवत की इस सलाह पर राजनीतिक पार्टियों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आई हैं। कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी में एक ओर मोदी को अपना नेता बताती है और दूसरी ओर ये कहती है कि आडवाणी अभी भी प्रासंगिक हैं। जेडीयू के मुताबिक बीजेपी में आडवाणी की हालत अजीब सी हो गई है, एक तरफ उन्हें प्यार दिया जाता है तो दूसरी तरफ दुत्कार भी। वहीं एनसीपी ने कहा है कि एक बार फिर ये साबित हो गया है कि बीजेपी में आरएसएस किस तरह से हावी है, उन्होंने आरोप लगाया कि आडवाणी जैसे बड़े नेता को आरएसएस डिक्टेट कर रही है।