Indian Railways boosts crowd management with new controls at 60 stations, entry restrictions, CCTV, waiting areas & wider foot-over bridges.
1. भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशनों की पहचान और नई व्यवस्था
रेलवे ने ऐसे 60 प्रमुख स्टेशनों को चिन्हित किया है, जहाँ सामान्य से अधिक भीड़ होती है। इनमें नई दिल्ली, आनंद विहार, वाराणसी, अयोध्या और पटना शामिल हैं।
- भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष वेटिंग एरिया बनाए जाएंगे।
- यात्रियों को ट्रेन के आगमन से पहले प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति नहीं होगी।
- बिना कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को बाहरी वेटिंग एरिया में रुकना होगा।
पायलट प्रोजेक्ट: शुरुआत में इन उपायों को 5 बड़े स्टेशनों पर लागू किया गया है और सफलता के आधार पर अन्य स्टेशनों पर इसे विस्तारित किया जाएगा।
2. रेलवे स्टेशनों पर प्रवेश नियंत्रण और अवैध प्रवेश पर रोक
रेलवे ने 60 स्टेशनों पर सख्त प्रवेश नियंत्रण लागू करने का निर्णय लिया है।
- सिर्फ कंफर्म रिजर्वेशन टिकट वाले यात्रियों को ही प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति होगी।
- सभी अनधिकृत प्रवेश द्वार (Unauthorized Entry Points) सील किए जाएंगे।
- यात्रियों के सुचारू आवागमन के लिए फुट-ओवर ब्रिज (FOB) चौड़े किए जाएंगे।
नए डिज़ाइन के फुट-ओवर ब्रिज:
- 12 मीटर (40 फीट) और 6 मीटर (20 फीट) चौड़ाई वाले दो नए मानक ब्रिज बनाए जाएंगे।
- प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बड़े FOB और रैंप ने भीड़ प्रबंधन में बड़ी भूमिका निभाई थी, जिसे अब अन्य स्टेशनों पर लागू किया जाएगा।
3. स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरों की निगरानी
रेलवे ने निर्णय लिया है कि सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी और उनकी निगरानी प्रणाली को आधुनिक बनाया जाएगा।
- अधिक भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर विशेष हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे लगाए जाएंगे।
- रेलवे अधिकारियों को लाइव फुटेज मॉनिटरिंग सिस्टम उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे यात्री प्रवाह को नियंत्रित किया जा सके।
4. बड़े रेलवे स्टेशनों पर ‘वॉर रूम’ स्थापित किए जाएंगे
रेलवे ने भारी भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर डिजिटल संचार से लैस वॉर रूम विकसित करने का निर्णय लिया है।
- वॉर रूम में रेलवे पुलिस (RPF), टिकट चेकिंग स्टाफ, और अन्य विभागों के अधिकारी एक साथ काम करेंगे।
- यहाँ वॉकी-टॉकी, अनाउंसमेंट सिस्टम और कॉलिंग सिस्टम जैसी अत्याधुनिक तकनीकें लगाई जाएंगी।
- यात्रियों को वास्तविक समय में निर्देश देने के लिए AI आधारित स्मार्ट अनाउंसमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा।
5. रेलवे कर्मचारियों के लिए नया ID कार्ड और यूनिफॉर्म
रेलवे ने सभी स्टाफ और सेवा कर्मियों को नए डिज़ाइन का ID कार्ड देने का फैसला किया है।
- सिर्फ अधिकृत स्टाफ को ही स्टेशन में प्रवेश मिलेगा।
- नई यूनिफॉर्म जारी की जाएगी, जिससे आपातकालीन स्थिति में रेलवे स्टाफ को आसानी से पहचाना जा सके।
6. स्टेशन निदेशक की भूमिका को सशक्त बनाया जाएगा
रेलवे ने निर्णय लिया है कि बड़े स्टेशनों पर स्टेशन निदेशक की भूमिका को अपग्रेड किया जाएगा।
- स्टेशन निदेशक को सीधे सभी विभागों की रिपोर्टिंग का अधिकार होगा।
- स्टेशन निदेशक को वित्तीय अधिकार दिए जाएंगे ताकि वे भीड़ नियंत्रण और यात्री सुविधाओं को लेकर त्वरित निर्णय ले सकें।
- स्टेशन की क्षमता और ट्रेन संख्या के अनुसार टिकट बिक्री नियंत्रित की जाएगी, जिससे प्लेटफॉर्म पर भीड़ को संतुलित किया जा सके।
7. भीड़ प्रबंधन में रेलवे के ये कदम क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- रेलवे स्टेशनों पर अनियंत्रित भीड़ भगदड़ और हादसों का कारण बन सकती है।
- नई व्यवस्थाओं से यात्रियों को बेहतर सुविधा और सुरक्षित यात्रा अनुभव मिलेगा।
- सीसीटीवी और वॉर रूम जैसी तकनीकों से रेलवे प्रशासन को यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद रेल मंत्रालय ने भीड़ नियंत्रण और यात्री सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। रेलवे स्टेशनों पर एंट्री कंट्रोल, विशेष वेटिंग एरिया, सीसीटीवी निगरानी, और वॉर रूम जैसी आधुनिक तकनीकों को अपनाया जाएगा। इन सुधारों से यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक रेल यात्रा का अनुभव मिलेगा।
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