Election Commission of India revokes the star campaigner status of Congress leader Kamal Nath, citing repeated violation of Model Code of Conduct.
भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा उप चुनाव के लिए जारी कैंपेन के बीच कांग्रेस को चुनाव आयोग से झटका लगा है। आयोग ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है। आयोग ने गुरुवार को यह फैसला कमलनाथ द्वारा आदर्श आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन करने के चलते लिया।
इसके बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ अदालत का रुख करने का फैसला किया है। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि पार्टी चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ अदालत जाएगा। वहीं, आयोग ने कहा है कि अब कमलनाथ ने अगर एक भी प्रचार कार्यक्रम में हिस्सा लिया तो पूरा खर्चा वह उम्मीदवार वहन करेगा जिसके विधानसभा क्षेत्र में प्रचार कार्यक्रम आयोजित हो रहा होगा। कमलनाथ के लिए यह संकट तब शुरू हुआ था जब उन्होंने भाजपा नेता इमरती देवी को आइटम कह कर संबोदित किया था। इसे लेकर आयोग ने उन्हें नोटिस भी जारी किया था।
Breaking: #भोपाल: कमल नाथ पर चुनाव आयोग की बड़ी कार्रवाई, कमल नाथ से छीना गया स्टार प्रचारक का दर्जा, चुनाव प्रचार में लगातार आपत्तिजनक बयानों को बनाया आधार, अब कमल नाथ की सभाओं का खर्च प्रत्याशी के खर्च में जुड़ेगा।#kamalnath #Breaking @ChouhanShivraj @SharmaKhemchand @BJPMP pic.twitter.com/fjtLtJgnIi
— Khabar Zone (@KhabarZone) October 30, 2020
चुनाव आयोग ने कमलनाथ को आदर्श आचार संहिता की अवधि के दौरान सार्वजनिक तैर पर इस तरह की अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी थी। इस समय राज्य की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए प्रचार का दौर चल रहा है।
कैलाश विजयवर्गीय को भी चुनाव आयोग की चेतावनी
वहीं, चुनाव आयोग ने आज कहा कि कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के खिलाफ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय द्वारा की गई 'चुन्नू-मुन्नू' टिप्पणी, चुनाव सहिंता के प्रावधानों का उल्लंघन है। साथ ही आयोग ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता को अचार संहिता की अवधि के दौरान सार्वजनिक तौर पर इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी है।