नई दिल्ली। पर्यटन मंत्रालय ने क्षेत्रीय सेवा मानकों में सुधार के लिये मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में 'राष्ट्...
नई दिल्ली। पर्यटन मंत्रालय ने क्षेत्रीय सेवा मानकों में सुधार के लिये मंगलवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में 'राष्ट्रीय युवा दिवस' के अवसर पर निम्नलिखित नई कौशल पहलों की शुरूआत की है, जो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अपेक्षित थी़ं:
(I) वाराणसी में मौजूदा सेवा प्रदाताओं के लिए जागरूकताा कार्यक्रम
इसमें (घाटों और मंदिरों के आसपास) नाविकों, रिक्शा चालकों, पांडा,कुली, दुकानदार एवं स्ट्रीट वेंडर्स को शामिल किया जायेगा। प्रत्येक कोर्स चार दिन की अवधि का होगा और प्रशिक्षुओं की मजदूरी के नुकसान के लिए मुआवजा दिया जाएगा। यह कार्यक्रम भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा।
कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य धीरे-धीरे बेहतर पर्यटन विशिष्ट सेवा माहौल तैयार करना और स्वच्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाना है। पहला कोर्स/बैच 12 जनवरी 2016 को शुरू होगा।
(ii) होम डिलीवरी सेवा को व्यवसाय के तौर पर अपनाने में रुचि लेने वाले युवाओं को तैयार करने के लिये कार्यक्रम
इसमें 18-28 वर्ष की आयु वर्ग के कम से कम मैट्रिक पास व्यक्तियों लिया जायेगा। प्रत्येक कोर्स 6 दिन की अवधि का होगा। यह कार्यक्रम भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन, होटल प्रबंधन और फूड क्राफ्ट संस्थान द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा।
इस कोर्स के जरिये प्रशिक्षुओं को कौशल, शैली और सभ्यता के साथ घर पर खाना पंहुचाने के लिए तैयार किया जायेगा। होटल प्रबंधन संस्थान, पूसा में पहला कोर्स / बैच 12 जनवरी 2016 से शुरू होगा।
(iii) "पर्यटक मित्र" के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
इसमें 18-28 वर्ष की आयु वर्ग के कॉलेज के छात्रों को शामिल किया जायेगा, जिनमें एनसीसी या एनएसएस के छात्र भी होंगे। प्रत्येक कोर्स 10 दिन की अवधि का होगा। यह कोर्स पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद योजना के तहत भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान द्वारा पहले चिन्हित स्थलों पर लागू किया जाएगा।
इसमें प्रशिक्षुओं को पर्यटक मित्र के रूप में कार्य करने के लिए पर्यटन के गुण और जानकारियां दी जायेंगी। वाराणसी में पहला कोर्स / बैच 12 जनवरी 2016 से शुरू होगा।
(iv) पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटकों को सुविधाएं देने वालों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
इसमें 18-28 वर्ष के आयु वर्ग के 12वीं पास छात्रों को शामिल किया जायेगा। प्रत्येक कोर्स 30 दिन की अवधि का होगा। यह कार्यक्रम भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान द्वारा लागू किया जाएगा। पूर्वोत्तर पर केंद्रीत इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य, कुशल पर्यटन सुविधाएं उपलब्ध करा कर संतोषजनक पर्यटन अनुभव प्रदान करना है। कार्यक्रम के बारे में जल्द ही विज्ञापन दिया जाएगा।