प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज लखनऊ में बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह में शरीक हुए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एक तरफ उन्हें इस बात का हर्ष है कि 21वीं सदी में भारत युवा ऊर्जा से ओतप्रोत राष्ट्र के रूप में तेजी से उभर रहा है, जिसके सपने युवा हैं। उन्होंने कहा कि भारत के युवा ही उसकी शक्ति का स्रोत हैं।
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज लखनऊ में बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के छठवें दीक्षांत समारोह में शरीक हुए।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एक तरफ उन्हें इस बात का हर्ष है कि 21वीं सदी में भारत युवा ऊर्जा से ओतप्रोत राष्ट्र के रूप में तेजी से उभर रहा है, जिसके सपने युवा हैं। उन्होंने कहा कि भारत के युवा ही उसकी शक्ति का स्रोत हैं।
दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री ने हैदराबाद में एक छात्र द्वारा हाल में आत्महत्या करने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि वे समझ सकते हैं कि उसके परिवार पर क्या बीती होगी। उन्होंने कहा कि इसकी वजह जो भी रही हो, मां भारती ने अपना एक लाल खो दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बाबासाहेब अम्बेडकर के दिखाए मार्ग पर चलती रहेगी और ऐसा वातावरण बनाने का काम करती रहेगी जहां हर समस्या का हल हो सके।
प्रधानमंत्री ने डॉ. अम्बेडकर के आर्थिक विजन का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार प्रयास कर रही है कि देश के युवा रोजगार देने वाले बनें, न कि रोजगार लेने वाले।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने शिक्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया था और उन्होंने तमाम अड़चनों के बावजूद शिक्षा हासिल की। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने भारत लौटने का फैसला किया और उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे डॉ. अम्बेडकर के उदाहरण का अनुसरण करें और वंचित तथा गरीब लोगों की सेवा करने का प्रयास करें।
प्रधानमंत्री ने विश्वविद्यालय में एक सुविधा सम्पन्न छात्र गतिविधि केन्द्र का शिलान्यास किया।
मोदी खिलाफ लगे नारे
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत ही की थी कि दो छात्रों ने सभागार में खड़े होकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। नरेंद्र मोदी एक बार के लिए ठिठक गये लेकिन फिर उन्होंने अपना भाषण शुरू कर दिया।
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