लखनऊ। जब यहां बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों को कहा गया कि शुक्रवार के दीक्षांत समारोह के लिए प्रधानमंत्री का स्...
लखनऊ। जब यहां बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों को कहा गया कि शुक्रवार के दीक्षांत समारोह के लिए प्रधानमंत्री का स्वागत अचकन से किया जाएगा और उनके लिए एक अचकन डिज़ायन करानी है तो अधिकरियों ने कहा कि उन्होंने दर्जी को अचकन के लिए छाती की नाप 50 इंच दे दी है।
2014 लोकसभा चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को संदर्भित करते हुए कहा था कि, “नेता जी ने कहा कि मोदी में दम नहीं है कि यूपी को एक और गुजरात बना दे...आप जानते हैं, एक और गुजरात बनाने के लिए क्या चाहिए? इसके लिए 56 इंच की छाती चाहिए।” ये कभी साफ नहीं हुआ कि मोदी ने ये बयान सिर्फ सियासी बयान के तौर पर दिया इसमें कुछ सच्चाई है।
दीक्षांत समारोह के लिए तैयारी कर रहे विश्वविद्यालय के अधिकारियों से जब एक अंग्रेज़ी अखबार ने बात की तो उनका कहना था कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय में बात कर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाप के बारे में पूछा था और वहां एक अधिकारी ने बताया कि छाती की नाप 50 इंच है और कंधों की नाप 21 इंच है।
विश्वविद्यालय ने दिल्ली के एक दर्जी से सुनहले रंग की अचकन सिलवाई है। अखबार ने जब दर्जी अनिल नंदा से बात की तो उन्होंने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया और कहा कि ये एक राजनीतिक मामला है।