नई दिल्ली। स्टार्ट अप इंडिया के आगाज़ के साथ विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में उबर का ज़िक्र किया और कहा कि स...
नई दिल्ली। स्टार्ट अप इंडिया के आगाज़ के साथ विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में उबर का ज़िक्र किया और कहा कि स्टार्ट अप से उबर कैसे कुबेर बन गया। उबर के फाउंडर हैं ट्रेविस कलानिक जो स्टार्ट इंडिया के आगाज़ के मौके पर दिल्ली में मौजूद थे। उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात भी की और अपनी सक्सेस स्टोरी शेयर की। बाद में उन्होंने स्टार्ट-अप इंडिया मेगा मीट में विश्वभर के उद्यमियों के बीच बिजनेस के वर्तमान और भावी परिदृश्यों पर चर्चा की और अपने विचार रखे।
- पहले उस समस्या का पता लगाएं, जिससे आप जूझ रहे हैं। हमें समय पर टैक्सी नहीं मिल पा रही थी, इसलिए हमने इसका समाधान निकाला।
- 60 सालों तक न्यूयॉर्क शहर में लगभग 13 हजार टैक्सियां थीं, जो एक प्रकार की अप्राकृतिक कमी थी।
- टैक्सी ड्राइवरों को एक कार को किराए पर लेने के लिए हर साल 40 हजार डॉलर तक का भुगतान करना होता था। यही वह वास्तविक समस्या थी, जिससे उबर की स्थापना हुई।
- उबर में मै खुद को 'प्रॉब्लम सॉल्वर-इन चीफ' (हर समस्या का हल खोजने वाला प्रमुख व्यक्ति) मानता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे पास बड़ी से बड़ी समस्या आए, जिसका मैं समाधन निकाल सकूं।
- आपको गणित के प्रोफेसर की तरह होना चाहिए, जो हमेशा और कठिन सवाल के लिए तैयार रहता है।
- कई बार उद्यमियों को ही जोखिमों की पहचान करनी होती है और उसे कम करने का तरीका निकालना होता है।
- कुछ चमत्कारी करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। उबर में हम चार आइडिया पर काम करते हैं- लोगों को उनका समय वापस करना, लोगों के जीवन में वापस शांति लाना, खुशी लाना, उन्हें कुछ धन अर्जित करने का अवसर देना।
- भले ही उबर यातायात से जुड़ी हुई है, लेकिन यदि आप अपनी कहानी को व्यापक परिदृश्य में बताते हैं, तो आप लोगों को प्रेरित कर सकते हैं।
- कार्यकुशल कर्मियों की कमी उन बड़ी समस्याओं में से एक रही है, जिनका हमें सामना करना पड़ा।
- भरोसा और सुरक्षा हमारी इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण हैं। हमें तकनीक, डिजाइन और अनुपालन के मामले में सतत सुधार करना होगा।
- आपको ग्राहक की जितनी परख होगी, उतना ही आपका उत्पाद विकसित होगा और उसमें सुधार आएगा।
- अगले तीन सालों में हम एक मिलियन से अधिक सफल ऑनलाइन उद्यमी बनाना चाहते हैं।
- यदि आपको बिजनेस के शुरुआती दौर में ही अच्छे ग्राहक मिल जाते हैं, तो इसका फायदा मिलता है।
- हमारी यात्रा बहुत ही शानदार रही है। हमें जैसी प्रतिक्रिया अभी मिल रही है, उसे देखते हुए हम बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।
- हमें इंटरव्यू देने वाले लोगों ने, वास्तव में एक तरह से यह देखने के लिए हमारा ही इंटरव्यू लिया कि क्या हम ऊंचाइयां छूने के प्रति वास्तव में गंभीर हैं।
- हमारा उद्देश्य : आकांक्षा रखना, भरोसा रखना, निर्माण करना!
- हमें अपने दम पर आगे बढ़ने में कई साल लग गए। जरूरी है कि आपके पास वह ग्राहक हों, जिन्हें आपसे प्यार हो। व्यापार तो वक्त के साथ ही आपके पास आएगा।
- अपने ग्राहकों से हर हफ्ते मिलिए, हर दिन मिलिए, उनकी समस्याओं को समझिए, जानिए कि वे किस तरह बदल रहे हैं। लोगों के करीब आइए और समझने की कोशिश कीजिए कि ग्राहक क्या चाहता है।
- वह 100 ग्राहक, जिन्हें आपसे वाकई प्यार है, उन 10 लाख ग्राहकों से ज्यादा अच्छे हैं जो आपको सिर्फ पसंदभर करते हैं।