नई दिल्ली। दिल्ली में कांर्गेस कार्यसमिति की बैठक में फैसला लिया गया कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा चुनावों की कमान सौं...
नई दिल्ली। दिल्ली में कांर्गेस कार्यसमिति की बैठक में फैसला लिया गया कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा चुनावों की कमान सौंपी जाएगी और उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़े जाएंगे लेकिन राहुल गांधी को पीएम कैंडिडेट बनाए जाने पर फ़ैसला नहीं हुआ।
पार्टी महासचिव और कांग्रस कार्यसमिति के सदस्य जनार्दन द्विवेदी ने कार्यसमिति में हुई बातों को रखते हुए कहा कि राहुल गांधी के पीएम पद के उम्मीदवार को लेकर चर्चा चल रही थी और सभी सदस्य इस पर राज़ी थे लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीच में हस्तक्षेप किया और कहा कि पार्टी में ऐसी परम्परा नहीं है कि चुनाव से पहले पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया जाये। लेकिन द्विवेदी ने बताया कि राहुल गांधी को चुनाव की कमान सौंपने पर फ़ैसला हुआ जिसे शुक्रवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रखा जाएगा।
पीएम पद के उम्मीदवार पर फ़ैसला नहीं होने पर जब जनार्दन द्विवेदी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सबको पता है कि हमारा नेता कौन है तो इसमें घोषणा करने या नहीं करने की ज़रुरत नहीं है। उनके इस बयान से इशारा यही है कि राहुल गांधी अघोषित तौर पर पार्टी के पीएम पद के उम्मीदवार हैं।
इस धारणा को और मज़बूत करते हुए जनार्दन द्विवेदी ने नेहरू से सोनिया गांधी तक का इतिहास बता दिया। उन्होंने कहा कि, “जवाहर लाल नेहरू जी के समय ये प्रश्न नहीं था कि चुनाव के बाद नेता कौन होगा, इंदिरा जी के बाद ये प्रश्न नहीं था। 1977 का चुनाव हारने के बाद भी ये प्रश्न नहीं था और 1980 में इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं। राजीव गांधी जी के ज़माने में ये प्रश्न नहीं था, किसी के समय में ये प्रश्न पैदा नहीं हुआ। जब सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थीं, चुनाव हुआ 2004 का, उनके नाम पर चुनाव लड़ा गया था, ये और बात है कि उन्होंने प्रधानमंत्री का पद स्वीकार नहीं किया। इसलिए कांग्रेस में ये समस्या नहीं है।”
द्विवेदी ने अपने इस बयान से ये ज़ाहिर किया कि कांग्रेस में गांधी परिवार बिना किसी घोषणा से पार्टी का पीएम पद का उम्मीदवार है। उन्होंने इससे ये भी ज़ाहिर किया कि आनेवाले चुनावों में भले ही राहुल गांधी को आधिकारिक तौर पर पीएम पद का उम्मीदवार नहीं बनाया जा रहा लेकिन अघोषित तौर पर वो पार्टी के पीएम कैंडिडेट हैं।
जनार्दन द्विवेदी ने बीजेपी पर हमला किया और कहा कि जिनके यहां ये समस्या हो कि नेता कौन होगा, जहां प्रतियोगिता हो, जहां प्रतिद्वंदिता हो, जहां पर एक-दूसरे के प्रति द्वेष हो, जहां विवाद हो वो लोग चिंता करें, कांग्रेस की चिंता करने की ज़रुरत नहीं है।
द्विवेदी बीजेपी में मोदी और आडवाणी के प्रकरण की याद दिला रहे थे लेकिन साथ में वो ये भी इशारा कर गये कि कांग्रेस में पीएम पद का उम्मीदवार फिक्स होता है और वहां किसी के चयन की प्रक्रिया नहीं है।