sports minister of up govt narad rai gives absurd statement
लखनऊ। ऐसा लगता है कि अखिलेश सरकार के मंत्री, विधायक और अफसर हर बात पर अपनी बयान बहादुरी दिखा रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही इनके गृह सचिव ने कहा था कि मुज़फ्फरनगर में ठंढ से कोई नहीं मरा, क्यूंकि ठंढ से कोई मरता ही नहीं। अगर ठंढ से लोग मरते तो साइबेरिया में कोई नहीं बचता। अब यूपी सरकार के खेल मंत्री ने एक विवादास्पद बयान दे दिया है। पहले तो खेल मंत्री नारद राय ने मुज़फ्फरनगर दंगा केम्प में बच्चों के मरने की बात पर कहा कि "मरना तो शाश्वत है इसे कोई नहीं रोक सकता और मौत सिर्फ केम्पों में ही नहीं महलों में भी होती है।" इतना से ही मंत्री महोदय का दिल नहीं भरा। जब इनसे आम आदमी पार्टी के बारे में सवाल पूछा गया तो इन्होने कहा कि "आम आदमी पार्टी को जूते पड़ेंगे।"
लेकिन बोलने के तुरंत बाद ही इन्हें अहसास हो गया कि कुछ गलत बोल गए फिर इन्होने खुद को संभालते हुए कहा कि "जनता महान है, ये माला पहनाती है, तो जूते भी मारती है। 'आप' अपने वादों को पूरा करे, अन्यथा जनता 'आप' के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराएगी।" शुक्रवार को बालाजी आश्रम में मीडिया से रूबरू खेलमंत्री नारद राय ने कहा कि मुजफ्फरनगर के शिविरों में हुई बच्चों की मृत्यु व सैफई महोत्सव को जोड़कर न देखें। उन्होंने कहा कि ऐसा कर जनता को बरगलाने का प्रयास हो रहा है। राहुल गांधी पर भी कटाक्ष करते हुए बोले कि केंद्र सरकार ने दंगा पीड़ितों के लिए क्या किया? उत्तराखंड आपदा को ट्रकों में नोट भरकर भेजे, लेकिन मुजफ्फनगर के दंगा पीड़ितों के लिए कुछ नहीं किया। खैर कोई कुछ भी बोले लेकिन ऐसा लगता है कि यूपी में नेताओं और अफसरों के जुबान पर लगाम लगाने की ज़रूरत आ गयी है।