lalu plans to author book
पटना। चुनावी मौसम के ठीक पहले राजनेता आज कल अपनी किताब लिखने में व्यस्त है। हर कोई अपने हिसाब से राजनीतिक परिभाषा गढ़ने की तैयारी में जूटा हुआ है। पंडित जवाहर लाल नेहरू से ले कर आज के बाहुबली राजनेता पप्पू यादव तक अपनी किताब लिख चुके हैं। फिर राजद सुप्रीमो और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद कैसे अछूते रह जाते। राजद सुप्रीमो ने शुक्रवार को कहा कि वह एक किताब लिखने की योजना बना रहे हैं, जिसमें उनके राजनीतिक जीवन के विभिन्न पहलुओं और चारा घोटाले में उनको फंसाने वाले विरोधियों के बारे में खुलासा किया जाएगा।
हाल ही में माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर अकाउंट खोलने वाले लालू ने एक ट्वीट में लिखा है कि उनकी योजना भारतीय राजनीति की अनकही रोचक कहानियों का खुलासा करने के लिए एक किताब लिखने की है। इसमें कैसे लोगों का इस्तेमाल किया जाता है और कैसे उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया, इसका जिक्र होगा। उन्होंने लिखा है कि इसके लिए इंतजार कीजिए और देखिए। लालू ने कहा कि रांची की बिरसा मुंडा जेल में 78 दिनों तक रहने के दौरान उन्होंने किताब लिखने के बारे में सोचा। चारा घोटाले से जुड़े एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद वह जेल में कैद थे।
लालू की इस घोषणा पर टिप्पणी करते हुए जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया है "उम्मीद है कि यह मेरे या आपके बारे में नहीं होगी।" लालू ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा है कि यह किताब उनके छात्र आंदोलन और 1974 के जेपी आंदोलक के दिनों के बारे में होगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि लालू प्रसाद अपनी स्वलिखित किताब में किन-किन राजनेताओं का किस तरह से पर्दाफास करते हैं।