नई दिल्ली। प्रधानमंत्री की प्रेस कांफ्रेंस से पहले बीजेपी ने उनसे कुछ सवाल पूछे हैं, जिसमें ये भी शामिल है कि वो बताएं कि इतिहास उनके ...
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री की प्रेस कांफ्रेंस से पहले बीजेपी ने उनसे कुछ सवाल पूछे हैं, जिसमें ये भी शामिल है कि वो बताएं कि इतिहास उनके कार्यकाल को किस तरह से देखेगा, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ खड़े होने में असफल और संवैधानिक संस्था के सबवर्ज़न के तौर पर?
राज्य सभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि वो प्रधानमंत्री से 5 सवाल पूछना चाहते हैं। उन्होंने डॉ. सिंह से जानने की कोशिश की है कि उनकी राय में इतिहास उनके कार्यकाल को प्रधानमंत्री के तौर पर किस तरह से देखेगा और क्या प्रधानमंत्री के तौर पर काम करने से ज़्यादा उन्हें नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री के तौर पर ज़्यादा संतुष्टी मिली?
जेटली ने कहा कि, “उनकी (मनमोहन सिंह) की सरकार को सबसे भ्रष्ट माना जा रहा है, तो क्या वो ये महसूस कर रहे हैं कि जब हालात कुछ और कह रहे थे तो वो ख़ुद को साबित करने में असफल रहे।”
एक ख्यात अर्थशास्त्री के तौर पर प्रधानमंत्री से अरुण जेटली ने पूछा कि क्या वो महसूस करते हैं कि वो अर्थव्यवस्था के प्रबंधन में वो ग़लत रहे जिससे निवेश का चक्र टूट गया?
जेटली ने ये भी पूछा है क्या वो सीबीआई, सीवीसी, जेपीसी और लोकसेवा जैसी संस्थाओं में संस्थागत तोड़फोड़ की ज़िम्मेदारी ले सकते हैं?