all political parties following aap ideology
बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक पार्टियां आम आदमी पार्टी और उसकी नीतियों को कोस रही हैं। बीजेपी कह रही है कि आम आदमी पार्टी लोगों से धोखा कर रही है लेकिन आम आदमी को फॉलो करने में सबसे आगे बीजेपी ही है। उधर आप को नौसिखिया करार देने पर तुली कांग्रेस भी पीछे नहीं है। सीख तो बाकी क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियां भी ले रही हैं। जरा देखिए कौन कैसे आप की नकल कर रहा है।
बीजेपी पर असर
- राजस्थान में बीजेपी की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का काफिला छोटा हो गया है। आजकल वो ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए देखी जा सकती हैं।
- वसुंधरा राजे ने अपने मंत्रियों का सुरक्षा घेरा छोटा कर दिया है साथ ही विधायकों की सुरक्षा भी पूरी तरह से हटा ली गई है।
- वसुंधरा ने विधायकों-मंत्रियों को लालबत्ती का प्रयोग नहीं करने का कहा है।
- वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री आवास छोड़कर सरकारी आवास में शिफ्ट हो गई हैं।
- एमपी के बीजेपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों की बैठक कर 100 दिन के अंदर महत्वपूर्ण काम निपटाने के आदेश दिए हैं।
- शिवराज सिंह चौहान खुद विभागों के दफ्तरों में जाकर फाइल तक चैक कर रहे हैं। और अफसरों को डांटते-डपटते हुए दिख रहे हैं।
- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने एंटी करप्शन हैल्पलाइन शुरू की है।
- बीजेपी को दिल्ली में नरेंद्र मोदी के नाम की टोपी पहननी पड़ी है।
- संघ ने बीजेपी को आप को गंभीरता से लेने की नसीहत दी है।
- बीजेपी आलाकमान को ताबड़तोड़ मीटिंग कर चुनाव अभियान में तब्दीली करनी पड़ी है।
- आप की तर्ज पर चंदा इकट्ठा करने के लिए बीजेपी ने ‘एक वोट एक नोट’ का नारा दिया।
- दिल्ली में बीजेपी ने एमसीडी में पारदर्शिता लाने का बात कही है। अपने नेताओं और कर्मचारियों को लोगों से मित्रवत पेश आने को कहा गया है।
- जिस तरह से आप सोशल मीडिया पर छाई हुई है, उसी तर्ज पर खास 60 युवा वॉलियंटर्स से मोदी ने दिल्ली में मुलाकात की और सोशल मीडिया पर छा जाने को कहा।
कांग्रेस पर असर
- राहुल गांधी लोकसभा चुनावों के घोषणा पत्र के लिए आम आदमी की राय मांग रहे हैं।
- राहुल ने लोकसभा में टिकट देने के लिए पारदर्शिता लाने की बात कही है।
- दिल्ली चुनाव नतीजों के तुरंत बाद राहुल ने आप से सीखने की बात कही।
- हरियाणा के मुख्यमंत्री ने राज्य में बिजली के दाम घटाए।
- महाराष्ट्र में कांग्रेस के ही सांसद संजय निरुपम ने बिजली के दाम घटाने को लेकर अपनी ही पार्टी के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दे डाली।
अन्य पर असर
- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गाड़ियों का काफिला छोड़कर पैदल ही जयराम रमेश के साथ एक मंत्रालय से दूसरे मंत्रालय निकल पड़े। जबकि ये दूरी करीब 1 किलोमीटर की थी।