मुंबई। एक बड़े फ़ैसले में महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के करीब 55000 होम्योपैथिक डॉक्टर्स को कुछ शर्तों के साथ अपने मरीज़ों के लिए एलोपैथिक...
मुंबई। एक बड़े फ़ैसले में
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के करीब 55000 होम्योपैथिक डॉक्टर्स को कुछ शर्तों के
साथ अपने मरीज़ों के लिए एलोपैथिक दवाईयां लिखने की मंज़ूरी दे दी है। कैबिनेट ने
बृहस्पतिवार को ये फ़ैसला लिया।
कैबिनेट ने उन होम्योपैथिक
डॉक्टरों को मंज़ूरी दी है जिन्होंने या तो एलोपैथिक से जुड़ी डिग्रियां ली हों या
फिर उन्होंने कम से कम एक साल का एलोपैथि का कोर्स किया हो। होम्योपैथिक डॉक्टर
इसकी मांग लम्बे समय से कर रहे थे।
एनसीपी के डॉक्टर सेल से जुड़े
डॉक्टर नरेंद्र काले और डॉक्टर समीर दलवई ने फ़ैसले का स्वागत करते हुए कहा कि
सरकार ने होम्योपैथिक डॉक्टरों की लम्बे समय से चली आ रही मांग की सुनवाई की है।
उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग कर रहे थे कि हमें आपातकाल मामलों के लिए
मरीज़ों को एलोपैथिक दवाएं लिखने की अनुमति दी जाये।
एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने
कहा कि, “ये फ़ैसला उन मरीज़ों की ख़ास तौर पर मदद करेगा जो ग्रामीण
इलाकों में रहते हैं।”