Lokpal Bill Pass
नई दिल्ली। 40 साल से भी ज्यादा लंबे इंतजार के बाद लोकपाल बिल दोनों सदनों से पास हो गया। मंगलवार को राज्यसभा से पास होने के बाद बुधवार को यह लोकसभा से भी ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। इसे कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने लोकसभा में जैसे ही पेश किया, सपा के सदस्य हंगामा करने लगे। हंगामे के बीच चर्चा की शुरुआत में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि हम पहले से ही इस बिल के पक्ष में हैं। उन्होंने सशक्त लोकपाल के लिए सरकार का समर्थन किया। सुषमा ने कहा कि लोकपाल के लिए श्रेय लेने की ज़बरदस्त होड़ लगी हुई है। अब बिल हस्ताक्षर के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा उसके पश्चात यह कानून का रूप ले लेगा।
समाजवादी पार्टी शुरू से इस बिल का विरोध कर रही है। इसलिए सपा सांसद मुलायम सिंह यादव ने हंगामे के बीच अपनी बात रखी और लोकपाल बिल का विरोध करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। दूसरी ओर अन्ना ने लोकपाल बिल पारित होने पर सपा छोड़ कर सभी पार्टियों को धन्यवाद कहा। अन्ना ने बिल के पास होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इस कानून के आने से गरीबों को न्याय मिलेगा। इससे 40 से 50 फीसद भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। इसे लोकसभा चुनाव से पहले लागू लागू कर देना चाहिए।
अन्ना ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि केवल कैमरे के सामने बोलने से देश का भला होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने आंदोलन के लिए विदेशों से फंड नहीं लिया। यहां के लोगों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर पिछले आठ दिनों से आंदोलन में भाग लेने वाले लोगों की सेवा की। अपने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए आगे कहा कि कानून बन जाने से कुछ नहीं होने वाला है, इसका सही अमल होना जरूरी है। अन्ना ने कहा कि लोगों के बीच जागरुकता पैदा करने के लिए वह देश भर में अच्छे लोगों को खोजेंगे, रिटायर्ड जजों और पुलिस अफसरों की कमेटी बनाएंगे। इसके लिए लिए देशभर के लोगों से पांच रुपये चंदा लिया जाएगा।