साउथ अफ्रीका के साथ तीन वन डे मैचों की सीरीज़ का पहला मैच हारने के बाद अब टीम इंडिया के सामन डरबन वन डे में करो या मरो जैसी स्थिती है...
साउथ अफ्रीका के साथ तीन वन डे मैचों की सीरीज़ का पहला मैच हारने के बाद अब टीम इंडिया के सामन डरबन वन डे में करो या मरो जैसी स्थिती है। लगातार छह वनडे सीरीज जीतने के बाद दक्षिण अफ्रीका पहुंची टीम इंडिया को अगर अब सीरीज़ में बने रहना है तो हर हाल में अफ्रीकी टीम को पटखनी देनी होगी क्योंकी डरबन में खेले जाने वाले इस मुकाबले में एक और हार 20 साल बाद अफ्रीकी धरती पर सीरीज जीतने का सपना तोड़ देगी।
हालांकी टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पहले वन डे में मिली हार का ठीकरा अपने गेंदबाज़ों पर फोड़ा था क्योंकि प्रोटीज़ बल्लेबाज़ों के सामने भारतीय गेंदबाज़ों की एक नहीं चली थी और तमाम गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई हुई थी। वैसे पहले मैच में माही ने तीन तेज़ गेंदबाजों को मौका दिया था लेकिन उछाल भरी पिच पर उमेश की रफ्तार की कमी साफ खली थी ऐसे में डरबन वनडे में माही प्लेइंग इलेवन में उमेश का शामिल करने की जरुर सोच रहे होंगे।
वैसे चुनौती पर खरा उतरने के लिए भारतीय बल्लेबाज़ों को भी आग का दरिया पार करना होगा क्योंकी तेज़ और उछाल भरी पिच पर पहले वन डे में माही को छोड़ कर कोइ भी बल्लेबाज़ स्टेन एंड कंपनी के सामने खड़ा तक नहीं हो सका था।