prashant bhushan
नयी दिल्ली। ऐसा लगता है जैसे आम आदमी पार्टी को ही यह भरोसा नहीं है कि "आप" की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। "आप" के नेता प्रशांत भूषण का कहना है कि एक सदी पुरानी कांग्रेस के ट्रैक रेकॉर्ड को देखते हुए यह देखना होगा कि समर्थन कितने दिन चलता है। दिल्ली में कांग्रेस के बाहरी समर्थन से सत्ता में आने का फैसला करने वाली आम आदमी पार्टी को अपनी ही सरकार का लंबे समय तक चलने का भरोसा नहीं है।
आम आदमी पार्टी नेता प्रशांत भूषण ने आज साफ किया कि उनकी पार्टी कांग्रेस की किसी शर्त को स्वीकार नहीं करेगी और अपना खुद का एजेंडा लागू कर वायदों को पूरा करेगी। उन्होंने कहा, "अगर कांग्रेस और बीजेपी हमारी सरकार को गिराने के लिए हाथ मिला लेते हैं तो यह उनकी इच्छा होगी।" उन्होंने आगे कहा कि 70 सदस्यीय विधानसभा में 28 सीटों पर जीत हासिल करने वाली हमारी पार्टी ने जनता के विचार जानने के बाद सरकार बनाने का फैसला किया है। जनमत सर्वेक्षण में व्यापक स्तर पर लोगों ने "आप" द्वारा कांग्रेस के आठ विधायकों के बाहरी समर्थन से सरकार बनाने पर सहमति जताई है।