Home Minister Sushil Kumar Shinde cancelled his meeting with the senior US Congressional delegation and his office said he was busy in parliament, but media reports in India described it as a "snub" to the US.
नई दिल्ली। अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी से बदसलूकी पर भारत ने कड़ा विरोध जताया
है। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इंकार कर
दिया और अमेरिकी दूतावास के अफसरों से आईडी कार्ड लौटाने को भी कह दिया गया
है। इतना ही नहीं अमेरिकी दूतावास के सामने से बैरिकेड्स भी हटाने को कहा गया है और दूतावास से पूछा गया है कि उनके कर्मचारियों अधिकारियों की सैलेरी कितनी है।
सूत्रों की मानें तो भारत अमेरिकी डिप्लोमेट्स के अधिकारों पर पुनर्विचार
करने पर भी सोच रहा है। भारत में अमेरिकी डिप्लोमेट्स को मिल रही इम्यूनिटी के
बारे में भी फिर से सोचा जा सकता है।
नरेंद्र मोदी ने भी दर्ज कराया विरोध
इसी बीच, बीजेपी के पीएम उम्मीदवार
नरेंद्र मोदी ने भी यूएस डेलीगेशन से मुलाकात करने से मना कर दिया है। भारत का मानना है कि डिप्टी कांउसिल जनरल होने के नाते
देवयानी को कुछ खास इम्यूनिटीज़ मिलनी चाहिए थीं जो इस केस में उन्हें नहीं दी गई। भारत ने देवयानी के वकील की इस दलील का भी समर्थन किया है कि अगर देवयानी का अपराध
इतना ही गंभीर था, तो उन्हें दो घंटे बाद
ही ज़मानत क्यों दे दी गई?
कपड़े उतारकर ली तलाशी
आपको बता दें कि अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की कपड़े
उतारकर पुलिस ने तलाशी ली है। पहले तो उन्हें सरेआम हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार किया
गया, हवालात में उन्हें खूंखार कैदियों के साथ रखा गया। अमेरिकी मीडिया की एक
रिपोर्ट में खबर सामने आने के बाद भारत ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया। देवयानी पर
अमेरिका में वीजा धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। उन पर अपनी नौकरानी के वीज़ा के संबंध में ग़लत जानकारी देने का आरप है।