ग़ाज़ियाबाद। अपनी बेटी और नौकर की हत्या करने के आरोप में जेल जा चुके तलवार दंपति को डासना जेल में प्रतिमाह 1200 रुपये मेहनताना मिलेगा। द...
ग़ाज़ियाबाद। अपनी बेटी और नौकर की
हत्या करने के आरोप में जेल जा चुके तलवार दंपति को डासना जेल में प्रतिमाह 1200
रुपये मेहनताना मिलेगा। दोनों को जेल प्रशासन ने उनकी योग्यता के हिसाब से अलग-अलग
काम सौंपा है।
तलवार दंपति नोएडा के
जाने-माने डेंटिस्ट थे जिनका करियर बेटी की हत्या के मामले में फंसने के बाद से ही
गोते खाने लगा था। जो राजेश तलवार एक मरीज़ को देखने के लिए 1000 से 1500 रुपये
फीस लेते थे अब उन्हें डासना जेल में काम करने के लिए महीने में महज़ 1200 रुपये
ही मिलेंगे। जेल प्रशासन ने राजेश तलवार को जेल अस्पताल में मरीज़ों की दांत का
चेकअप करने में लगाया है जबकि नुपुर तलवार को महिला बंदियों और उनके बच्चों को
शिक्षा देने के लिए लगाया है। दोनों को अपना काम गुरुवार से शुरू कर देना है।
40 रुपये रोज़ाना पर
काम करने के बाद तलवार दंपति सिर्फ शनिवार को एक बार मिल सकेंगे। हालांकि दोनों के
बैरक के बीच में कोई ख़ास दूरी नहीं है लेकिन वो मिल नहीं सकते। राजेश तलवार को
डासना जेल के 11 नंबर बैरक में रखा गया है जबकि नूपुर तलवार को 13 नंबर बैरक में
रखा गया है। हफ़्ते में एक बार शनिवार को दोनों महज़ 40 मिनट के लिए मिल सकेंगे।
बुधवार सुबह दोनों
सामान्य थे, उन्हें सुबह की क़ैदियोंवाली ड्रेस दे दी गई, सुबह की शुरुआत उन्होंने
चाय से की, बाद में गुड़ और दलिये का नाश्ता किया। दोपहर और शाम का भोजन भी
सामान्य तौर से किया। वैसे दो रातों से तलवार दंपति को डासना जेल में नींद नहीं आई
है और दोनों ने इंग्लिश उपन्यास पढ़कर रात बिताई। राजेश तलवार ने जहां नेल गेमैन
की उपन्यास ‘द ओशियन
एट द एंड ऑफ लेन’ पढ़ा वहीं नूपुर ने गायले फोरमैन की ‘जस्ट वन डे’ और रुटा स्पेडीज़ की ‘बिटवीन द शेड्स ऑफ़ ग्रे’ पढ़कर रात काटी।